“पुस्तकें पारस पत्थर होती हैं। अपने ज्ञान के स्पर्श से वे इंसान को सोना ही नहीं बल्कि दूसरा पारस पत्थर बना देती है।”
महाविद्यालय का ग्रंथालय विकास की ओर बढ़ता हुआ एक महत्वपूर्ण विभाग है। ग्रंथालय में विभिन्न संकायों एवं उनके विषयों की विभिन्न पुस्तकें उपलब्ध हैं। ग्रंथालय द्वारा महाविद्यालय के प्राध्यापकों, सहा॰प्राध्यापकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। छात्र/छात्राओं को उनकी कक्षाओं के अनुसार निर्धारित दिनांक में सोमवार से लेकर शनिवार तक पुस्तक आदान-प्रदान की जाती है। पाठ्यपुस्तकों के साथ-साथ अन्य सामाग्री भी प्रदान की जाती है।
कुल 13594 पुस्तकें ग्रंथालय में हैं।
पुस्तक आदान-प्रदान |
अवधि |
पुस्तकें |
सामान्य छात्र/छात्राओं |
7 दिनों के लिए |
02 पुस्तकें |
अनुसूचित जाति एवं जनजातियों की छात्र/छा |
सत्र तक |
02 पुस्तकें
|
बी॰पी॰एल॰ छात्र/छात्राओं |
सत्र तक |
02 पुस्तकें |
प्राध्यापक एवं अधिकारीगण |
सत्र तक |
15-20 पुस्तकें |
वाचनालय
1. वाचनालय में पठन-पाठन हेतु विभिन्न/पत्रिकाएँ/शोधग्रंथ एवं समाचार पत्र प्रदान किये जाते है।
2. पत्रिकाएँ कुल संख्या - 10
3. समाचार पत्र - 08
4. रोजगार समाचार - 02
शोध पत्रिकाएँ
महाविद्यालय का सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क केंद्र (INFLIBNET) की योजनानुसार N-LIST (नेशनल लाइब्रेरी एंड इंफटनेशन सर्विसेज) प्रोग्राम पंजीयन कराया जा चुका है। इसके तहत महाविद्यालय को ई-जर्नल्स ई-रिसोर्सेज उपलब्ध होती है।
यू॰जी॰सी की स्कीम
ग्रंथालय में यू॰जी॰सी॰ की योजना अंतर्गत अनुसूचित जाति / जनजातियों / पिछड़ावर्ग (क्रीमीलेयर छोड़कर) वर्ग हेतु –
1. रेमेडियल कोचिंग की पुस्तकें
2. कोचिंग फॉर इंट्रीइन सर्विसेस की पुस्तकें उपलब्ध हैं।